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- आरसीबी के कप्तान ने कहा- हर खिलाड़ी की शारीरिक क्षमता अलग-अलग
- इंडियन प्रीमियर लीग का 12वां सीजन 23 मार्च से शुरू होगा
- वर्ल्ड कप के मैच 30 मई से, ऐसे में भारतीय क्रिकेटर्स के लिए वर्कलोड प्रबंधन एक प्रमुख मुद्दा
बेंगलुरु. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 के मैच 23 मार्च से होने हैं। वहीं, 30 मई से वनडे वर्ल्ड कप के मुकाबले शुरू हो जाएंगे। ऐसे में भारतीय क्रिकेटर्स के लिए वर्कलोड प्रबंधन एक प्रमुख मुद्दा है। कप्तान विराट कोहली का मानना है कि किसी भी खिलाड़ी को इससे निपटने के लिए बहुत ज्यादा स्मार्ट होना चाहिए। हालांकि, उन्होंने कहा कि घरेलू टी-20 लीग में भारतीय खिलाड़ियों के मैच खेलने की संख्या तय नहीं है, लेकिन क्रिकेटर्स को अपनी फिटनेस का खुद आंकलन करना चाहिए। विराट आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के भी कप्तान हैं।
खिलाड़ियों को लेकर फ्रेंचाइजी को कोई निर्देश नहीं दिए गए : विराट
विराट ने कहा, ‘अगर मैं 10, 12 या 15 मैच खेल सकता हूं तो हो सकता है कि दूसरा खिलाड़ी मुझसे ज्यादा गेम खेल सकता है। आप किसी चीज पर पाबंदी नहीं लगा सकते। आईपीएल फ्रेंचाइजी को वर्ल्ड कप के संभावित खिलाड़ियों के संबंध में कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं।’
शरीर को जब जिसकी जरूरत हो वह करें
कोहली ने कहा कि वर्ल्ड कप से पहले सभी साथियों को पूरे तरीके से स्मार्ट हो जाना चाहिए। वे यहां एक ऐप लॉन्च के मौके पर मौजूद थे। उन्होंने कहा, ‘एक तय संख्या में मैच खेलने के बाद मेरा शरीर भी आराम की मांग कर सकता है, ऐसे में स्मार्ट फैसला यही होगा कि मैं आराम करूं।’
वर्ल्ड कप टीम में चुने जाने के लिए स्मार्ट बनना होगा
उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि किसी दूसरे की शारीरिक क्षमता मुझसे बेहतर या कम हो। यह एक बेहद निजी मामला है। हर कोई चाहता है कि वह वर्ल्ड कप खेले, लेकिन इसके लिए लोगों को स्मार्ट होना चाहिए, क्योंकि आप इस तरह के बड़े इवेंट को मिस नहीं करना चाहेंगे।’
फिटनेस की पूरी जिम्मेदारी खिलाड़ियों की
कोहली ने कहा, ‘यह खिलाड़ियों पर निर्भर है कि वे अपने शरीर को कैसे फिट रखते हैं और वर्ल्ड कप टीम में जगह बना पाते हैं। सभी भारतीय खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है कि वे आईपीएल के दौरान अपनी फिटनेस और वर्कलोड पर नजर रखें। इसके लिए हर दिन सुधार और प्रयास करने चाहिए। हर खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप के लिए इस टूर्नामेंट को एक मौके के तौर पर लेना चाहिए।’